श्री गणेश मंत्र
ॐ गं गणपतये नमः
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ग्लौं गं गणपतये वरवरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा॥
वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ।
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥
अगजानन पद्मार्कं गजानन महर्निशं
अनेक दन्तं भक्तानां एकदन्तं उपास्महे॥
विधि (Chanting Method)
1. बीज मंत्र "ॐ गं गणपतये नमः" का 108 बार जाप करें
2. श्लोक का 11 बार पाठ करें
3. प्रातः काल स्नान के बाद जाप करें
4. मौन रहकर एकाग्रचित्त से मंत्र का जाप करें
लाभ (Benefits)
1. सभी कार्यों में सफलता
2. बुद्धि का विकास
3. विघ्नों का नाश
4. मानसिक शांति